मानद् निदेशक की कलम से

Manveer Singh Beniwal
(Hon. Director)
Selected in RAS-2007 – 10
Faced IAS Interviews Two Times, Highest Scorer of GK in India
(Expert of IAS & RAS Exam) Master of GK, History & Geography
सम्माननीय अभिभावकों एवं प्रिय अभ्यर्थियों !
मुझे यह स्वीकार करते हुए अपार हर्ष व गर्व की अनुभूति होती है कि चाणक्य संस्थान अपनी उच्च स्तरीय कोचिंग एवं विश्वसनीय मार्गदर्शन के कारण राजस्थान में प्रथम स्थान पर है। संस्थान ने सन् 2000 से आजतक हजारों अभ्यर्थियों के सपनों को साकार करने के लिए विविध प्रतियोगिताओं के लिए कोचिंग दी है। IAS, RAS, RJS, SI,CPO, NDA, CDS, शिक्षक भर्ती, PTI, पटवारी, ग्राम सेवक , TET, REET, SSC, एयरफोर्स, आर्मी बैंक एंव कॉन्स्टेबल भर्ती शामिल है।
संस्थान का मानना है कि आज के कठिन प्रतियोगी युग में कड़ी मेहनत और सच्ची लगन के साथ ईमानदारी पूर्वक किया गया प्रयास तथा केवल उच्च बौद्धिक क्षमता वाले मानव संसाधन ही बेहतरीन परिणाम दे सकते हैं, क्योंकि सभी सरकारी भर्तियाँ पूर्णंतया निष्पक्ष व पारदर्शितापूर्ण होती हैं। संस्थान का मुख्य उद्देश्य व्यवसायिकता की बजाय विश्वसनीयता है। सामाजिक सरोकारों के प्रति अपना कत्र्तव्य निभाते हुए संस्थान गरीब व होनहार विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी देता है। संस्थान विद्यार्थियों की अपेक्षाओं पर हमेशा खरा उतरा है और भविष्य में भी सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित करता रहेगा।

प्रिय विद्यार्थीगण,
आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है, इस युग में वही विजेता बनता है जो उचित मार्गदर्शन, श्रेष्ठ गुरुजनों के सानिध्य में कड़ी मेहनत के साथ ईमानदारी से सतत् प्रयासरत रहता है। हमारा हर संभव यह प्रयास रहता है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय गुणवत्ता युक्त अध्यापन, पाठ्य सामग्री, नोट्स, मॉडल प्रश्न-पत्र इत्यादि उपलब्ध करवाए कराए और अपने इन उद्देश्यों की पूर्ति में चाणक्य संस्थान शत-प्रतिशत खरा उतरा है। इसके लिए प्रशंसा का हकदार है संस्थान से जुड़ा छोटे से बड़ा हर सहयोगी, जिनकी मेहनत के बल पर आज चाणक्य संस्थान गुणवत्ता (Quality) में नं. 1 के सिंहासन पर विराजमान हो सका है।
हमेशा याद रखें कि किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए ईश्वर में विश्वास, माता-पिता का आशीर्वाद, कठोर परिश्रम, नियमित अध्ययन, उचित समय प्रबन्धन, आशावादी एवं सकारात्मक दृष्टिकोण इत्यादि महत्वपूर्ण अवयव है। जैसा कि अद्योलिखित पंक्तियों से जाहिर होता है
कोशिश कर तू हल निकलेगा, आज नहीं तो कल निकलेगा ।
अर्जुन के तीर सा सध, मरूस्थल से जल निकलेगा ।।
मेहनत कर, पौधो को पानी दे, बंजर भूमि से भी फल निकलेगा ।
हिम्मत ना हार, कोशिश जारी रख, आगे बढ़ ।।
जो हैं आज थमा थमा सा, कल चल निकलेगा…… कल चल निकलेगा ।।

M.S. Rajpurohit
Honorable Chief Coordinator
Selected in RAS-2012
विशेषज्ञ: राजस्थान इतिहास, कला संस्कृति,
भारतीय इतिहास, भारतीय संविधान एवं राज व्यवस्था